Wednesday 11 May 2016

तू कहती है मैं इत्ती प्यारी बातें कहाँ से लाता हूँ!!

तू कहती है मैं  इत्ती प्यारी बातें कहाँ से लाता हूँ 
आज मैं तुझे ये दिल खोल के बताता हूँ 
असर है सारा ये प्यार का 
हर वो लम्हा तुझे प्यार से सुनाता हूँ 
तू कहती है मैं  इत्ती प्यारी बातें कहाँ से लाता हूँ!
तू हसे , तो मैं दिल की बात कहता हूँ 
तू रोये , तो तुझसे झूट कहता हूँ 
तेरा दिल ना भरे कभी भी मुझसे 
बस बेइन्तहां बातें करता रहता हूँ 
प्यार ही काफी नहीं तेरे साथ चलने के लिए 
कभी-कभी तुजे सताता हूँ 
तू कहती है मैं  इत्ती प्यारी बातें कहाँ से लाता हूँ!
बातें प्यारी तुझे देख कर याद आती हैं 
क्या कहूं में तुझसे तेरी खुशियां बताती हैं 
तू जबसे प्यार करने लगी हैं मुझको 
तेरी तारीफ जहाँ की हर चीज़ सुनाती हैं 
कंही मेरी बात तुझे कड़बी ना लगे 
तोडा सा उसमे प्यार भी मिलाता हूँ 
तू कहती है मैं  इत्ती प्यारी बातें कहाँ से लाता हूँ!


By -Rajesh sharma

Monday 11 January 2016

जब तुझे देखा था बस प्यार हो गया!

जब तुझे देखा था बस प्यार हो गया
तुझे पाने को इस कदर बेकरार हो गया
सोचा तुझसे बात करूँ 
जो न दे सका कोई तुजे
उतना तुझे प्यार करूँ
हर वो खुसी हर वो सहारा तुजे मिले
तुझे किसी भी चीज़ की जरुरत न पड़े
तेरी हर खाविस पूरी  करने  बेक़रार हो गया
जब तुजे देखा तोह बस प्यार हो गया!
By-Rajesh

Tuesday 29 December 2015

अपना सपना कंही हम छोर आये !

अब कहाँ रहा वो सपना 
जाने कहां हम भूल आये 
अब न रही वो उम्मीद
अपना सपना कंही हम छोर आये  

देखता  रहा सपना उसके आने का 
उसने मौका भी न  दिआ  बताने का
ख़ामोशी थी  उसके चेहरे पर  
उसकी ख़ामोशी में जो राज था 
उसकी तन्हाई का एक और नया साथी था 
बिन कहे हम लौट आये 
अपना सपना कंही हम छोर आये !
By-Rajesh sharma

Monday 21 December 2015

तेरा साथ

है अगर तू मेरे साथ
तो मुझे डर कहा  लगता हैं
चाहे वो अछा हो मेरे लिए
चाहे वो बुरा हो
तू अगर साथ है
तो सब अछा लगता हैं।
तुझसे मिलता रहूँ हर दिन
हर एक पल तेरे साथ
तू हमेशा खुश रहे
करता रहूँ तुझसे कुछ ऐसी बात
तू रहे मेरे साथ
तोह हर लम्हा अछा लगता हैं
तू अगर साथ हैतेरा साथ
तो सब अछा लगता हैं!
By-Rajesh

Saturday 19 December 2015

To my love

खुद्किस्मत है वो काजल
जो तेरी आँखों मैं बसता है
आंशुओं के सहारे
जो तेरे साथ साथ चलता हैं
सोचता हूँ कभी काजल मैं होता
साथ मैं तेरे अक्सर होता
आँशु चाहे ख़ुशी या गम के होते
तेरी पलकों के नीचे हमेशा सोता
साथ हो तेरा तो दिल मेरा चलता है
खुद्किस्मत है वो काजल
जो तेरी आँखों मैं बसता है
By-Rajesh sharma